एनआरआइ दुल्हों ने 558 लड़कियों से की धोखाधड़ी
विदेशी दुल्हों द्वारा लड़कियों से किए जा रहे धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे है।
चण्डीगढ़
Dr Rakesh Punj
एनआरआइ दुल्हों ने 558 लड़कियों से की धोखाधड़ी
विदेशी दुल्हों द्वारा लड़कियों से किए जा रहे धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे है। इसमें सबसे खास बात यह है कि जितने भी केस सामने आए, में सबसे ज्यादा पंजाब के ही है। ज्यादातर मामलों में लड़कियां अनपढ़ होती है। जिसके चलते वह इस जंजाल में फंस जाती है। इसलिए लड़कियों का शिक्षित होना जरूरी है। पिछले साल कमिश्न के पास 780 मामले सुनवाई के लिए आ चुके है। वहीं इस साल अब तक 558 मामले सुनवाई के लिए आ चुके है। इन मामलों में ज्यादातर मामले ऐसे है जिनमें एनआरआई द्वारा लड़की को यहीं छोड़ दिया गया। कुछ डोमेस्टिक वायलेंस, लड़की को छोड़ देना, वापस भेज देना, या फिर यहां से शादी करके विदेश में जाकर गुम हो गया। इस तरह के मामलों पर रोक लगाने के लिए एनआरआई कानून बनाने पर चर्चा हो रही है। ताकि ऐसे मामले सामने आने पर संबंधित एनआरआई की प्रापर्टी अटैच की जा सके। वहीं दूसरी ओर जिस कंपनी में व्यक्ति काम करता है, से भी तालमेल किया जा सके। या फिर लड़की से कंपनी को एक पत्र भिजवाया जाए। क्योंकि विदेशों की कंपनियों द्वारा इस तरह के मामलों को काफी गंभीरता से लिया जाता है। यह बात राष्ट्रीय महिला कमीशन की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने यहां पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के पंजाब स्कूल आफ लॉ और वीमेन स्टड्डी सेंटर के सहयोग से एन. आर. आई. विवाह से सम्बन्धित मसलों बारे करवाए गए एक राष्ट्रीय सेमिनार में कही।
जागरूकता की कमी
चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा की एनआरआइ विवाह की समस्याओं के पीछे जागरूकता की कमी सामने आई है। इस कमी को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय महिला कमीशन ने विदेशी दुल्हों के साथ विवाहों बारे लोगों को जागरूक करने के लिए सेमिनार करवाने का सिलसिला शुरू किया है। अब तक अमृतसर, जालंधर, चंडीगढ़ और पटियाला में राष्ट्रीय सेमिनार करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी पीड़ित लड़कियां को इंसाफ दिलाने के लिए राष्ट्रीय महिला कमीशन की तरफ से वित्तीय और कानूनी सहायता देने सहित विदेश मंत्रालय या एंबैसी के साथ बातचीत करके धोखाधड़ी करने वाले दुल्हों विरुद्ध केस दर्ज करवाने और दूसरे मुल्क से डीपोर्ट व पासपोर्ट जब्त करवाने की कार्यवाही की जाती है और कमीशन ने बहुत से मामले हल भी करवाए हैं। अब तक कमिशन की ओर से 46 पासपोर्ट कंपाउंड करवाए जा चुके है।
लड़कियों के साथ धोखा करने वालों का करें बायकाट
पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा.बीएस घुम्मण ने कहा कि थियेटर, संगीत, नृत्य और अन्य कलाओं की मदद लेने और लड़कियों के साथ धोखा करने वालों के सामाजिक बायकाट करने करने की बात कही। सेमिनार के कोर्डीनेटर कानून विभाग के प्रमुख डा. वरिदर कौशिक और कोआर्डीनेटर व डायरेक्टर डा. ऋतु लहल ने सेमिनार में आए मेहमानों का स्वागत किया। सेमिनार में पंजाब एन. आर. आई. कमीशन के चेयरमैन जस्टिस आर. के. गर्ग, पंजाब कानूनी सेवाओं अथारटी के मेंबर सचिव रुपिन्दरजीत चहल, अतिरिक्त सचिव डा. मनदीप मित्तल, जिला और सैशन जज पटियाला रजिदर अग्रवाल, पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आफ ऐमरिटस डा. पाम राजपूत, पंजाब राज्य महिला कमिशन की पूर्व चैयरपर्सन परमजीत कौर लांडरां, एन. आर. आई. विग के ए. आई. जी. सुशील कुमार, डा. भुपिदर सिंह बत्रा, राष्ट्रीय महिला कमीशन से सीनियर कोआर्डीनेटर कंचन खट्टर, काउंसलर प्रवीण सिंह, तकनीकी माहिर निशा भी मौजूद रही।
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