पंजाब के कॉलेजों में शिक्षण समय 7 घंटे करने की मांग — अनिल कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर, डीएवी कॉलेज होशियारपुर
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा
डीएवी कॉलेज, होशियारपुर के इतिहास विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर अनिल कुमार ने पंजाब के कॉलेजों में शिक्षण समय बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ से संबद्ध कॉलेजों में वर्तमान में चल रही 5.5 घंटे की शैक्षणिक दिनचर्या को कम बताते हुए इसे कम से कम 7 घंटे किए जाने की सिफारिश की है।
अनिल कुमार का मानना है कि वर्तमान समय में कॉलेजों में सीमित घंटों की वजह से विषयों की गहराई से पढ़ाई नहीं हो पाती और न ही विद्यार्थियों को शंका समाधान, चर्चा, प्रैक्टिकल कार्य, सेमिनार या सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में भाग लेने का पर्याप्त समय मिल पाता है।
उन्होंने कहा, “पेशेवर और शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में जहां गहरी समझ और कौशल विकास की आवश्यकता होती है, वहां 5.5 घंटे का समय अपर्याप्त साबित होता है। शिक्षक अक्सर पाठ्यक्रम को जल्दी पूरा करने के दबाव में रहते हैं, जिससे शिक्षण की गुणवत्ता प्रभावित होती है।”
अनिल कुमार ने यह भी बताया कि यदि कॉलेजों का समय बढ़ाकर 7 घंटे किया जाए तो न केवल विषयों को गहराई से पढ़ाने का अवसर मिलेगा, बल्कि विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट्स, इंटर्नल असेसमेंट, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और संपूर्ण व्यक्तित्व विकास में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, “यह बदलाव जरूरी है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी और विद्यार्थी भविष्य की शैक्षणिक एवं पेशेवर चुनौतियों के लिए बेहतर रूप से तैयार हो सकेंगे।”
प्रोफेसर कुमार की इस मांग पर शैक्षिक जगत में चर्चा शुरू हो गई है और कई शिक्षाविदों ने इसे समयानुकूल और उपयोगी पहल बताया है।
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