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रविवार, 9 फ़रवरी 2025

नशा गम्भीर बीमारी, लेकिन इलाज सम्भव / संजीव अरोड़ा

 नशा गम्भीर बीमारी, लेकिन इलाज सम्भव / संजीव अरोड़ा

 होशियारपुर/दलजीत अजनोहा 

भारत विकास परिषद होशियारपुर की ओर से प्रधान एवं प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में नशों के विरोध स्वरुप सैमीनार का आयोजन नशा छुड़ाओ केन्द्र फतेहगढ़ में किया गया। सैमीनार की शुरुआत केन्द्र की डा. महिमा मिन्हास द्वारा भारत विकास परिषद के सदस्यों का स्वागत करने से हुई तथा उन्होने केन्द्र की गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर प्रधान संजीव अरोड़ा ने कहा कि नशा एक गम्भीर बीमारी है लेकिन इसका इलाज सम्भव है। इसका सेवन करने से व्यक्ति का जीवन तबाह हो जाता है, इस लिए नशे का सेवन नहीं करना चाहिए। अरोड़ा ने नशे के मरीज़ों से कहा कि आपके माता पिता ने आपको पाल पोस कर बड़ा किया ताकि आप बड़े हो कर उनका सहारा बनेंगे लेकिन आप नशे के दलदल में फंस गये। आप सिर्फ अपने बारे में ना सोचें बल्कि अपने बच्चों व परिवार का ध्यान रखते हुए नशों का त्याग करें ताकि आप और आपका परिवार सुखी जीवन व्यतीत कर सके। अरोड़ा ने केन्द्र की सराहना करते हुए कहा कि केन्द्र में मरीज़ों के लिए धार्मिक स्थल भी बनाये हुए हैं ताकि मरीज़ सुबह शाम वहां नतमस्तक हो सकें। अरोड़ा ने उनसे कहा कि आप सुबह शाम माथा टेकते समय परमात्मा से निवेदन करें कि हमें इतनी शक्ति प्रदान करना कि हम यहां से जाने के बाद नशे का त्याग कर सकें।

इस मौके पर सचिव राजेन्द्र मोदगिल व एडवोकेट गौरव गर्ग ने कहा कि आज के समय में हमें नशों के प्रति जागरुक होने की जरुरत है, अगर हम स्वयं जागरुक होंगे तभी समाज में जा कर लोगों को सैमीनारों द्वारा जागरुक कर सकेंगे। उन्होने कहा कि नशा आदत नहीं बल्कि बीमारी है जिसका इलाज सम्भव है। पंजाब सरकार द्वारा नशे के मरीज़ों के लिए इलाज मुफ्त में उपलब्ध करवाया जाता है। जो कि सरकार द्वारा विभिन्न जिलों में नशा मुक्ति केन्द्र खोले गये हैं, जहां पर उन्हें अच्छी सेहत सुविधायें भी मिलती हैं । उन्होने कहा कि हमारी सोसायटी भी यहां समय-समय पर मरीज़ों को जागरुक करने आती रहती है और यहां पर नये चेहरे देखने को मिलते हैं। हम आशा करते हैं कि जब यह भी यहां से जायें तो नशा छोड़ कर अपने परिवार के साथ खुशी से रहें।

सैमीनार को सम्बोधित करते हुए मैडम तजिंदर कौर ए.एस.आई. ने नशों के प्रति मरीज़ों को सुचेत करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति जो नशा करता है वह अपनी जिन्दगी से खिलवाड़ कर रहा है। चाहे नशा किसी भी तरह का हो जैसे अफीम, चिट्टा, सिंथेटिक नशा या टीके लगा कर यह सब बहुत ही धातक नशें हैं, जो इंसान को मौत की ओर धकेलते हैं। अन्त में उपस्थित सभी को नशों का सेवन न करने के लिए शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर राजेन्द्र मोदगिल, एच.के.नकड़ा, विजय अरोड़ा, दविन्द्र अरोड़ा,  शाखा बग्गा, गौरव गर्ग, नितिन गुप्ता, वरिंदरजीत सिंह, रवि मनोचा, उमेश राणा, मास्टर गुरप्रीत सिंह, जतिंदर कौर, परवीन खुराना, तरसेम मोदगिल, कुलविंदर सिंह सचदेवा, कुलवंत सिंह पसरीचा, राज कुमार मलिक, केन्द्र की ओर से मैनेजर निशा रानी, प्रशांत आदिया, तानीया काउंसलर, राजविंदर कौर व अन्य उपस्थित थे।

नशा गम्भीर बीमारी, लेकिन इलाज सम्भव / संजीव अरोड़ा
  • Title : नशा गम्भीर बीमारी, लेकिन इलाज सम्भव / संजीव अरोड़ा
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  • Date : फ़रवरी 09, 2025
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