31 अगस्त क़ो भुत गिरी मंदिर में मनाई जाएगी राधा अष्टमी
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा
शिव मन्दिर विकास समिति व महिला मण्डल मंदिर की संगत की और से राधा अष्टमी पर्व मनाया जा रहा है इस उपलक्ष्य में होशियारपुर ऊना रोड पर स्थित भुत गिरी मंदिर में 31 अगस्त क़ो मनाई जाएगी पंडित श्याम ज्योतिषी ने बताया कि राधा अष्टमी धार्मिक मान्यता के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर श्री राधा रानी का अवतरण हुआ है। इसलिए इस तिथि पर हर साल राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन श्रीजी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसे में आइए इस जानते हैं कि राधा अष्टमी के अवसर पर कैसे करें राधा रानी की आराधना। पंडित श्याम ज्योतिषी ने बताया कि राधा रानी जी का झूला, झांकी होंगी भजन कीर्तन उपरांत आई हुई संगत क़ो लंगर रूपी प्रसाद वितरण होगा।
राधा अष्टमी के उपाय
राधा अष्टमी का विशेष महत्व है।
इस दिन राधा रानी की पूजा होती है।
इससे साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
हर साल राधा अष्टमी का पर्व बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस पर्व के दिन बरसाना समेत देशभर में खास रौनक देखने को मिलती है। राधा अष्टमी के शुभ अवसर पर राधा रानी के संग भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन उपासना करने से साधक का जीवन खुशियों से भर जाता है और श्रीजी की कृपा प्राप्त होती है। अगर आप भी राधा अष्टमी के अवसर पर राधा रानी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इस दिन इस आर्टिकल में बताए गए उपाय जरूर करें। ऐसा माना जाता है कि इस दिन उपाय करने से साधक को राधा रानी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
इस दिन मनाई जाएगी राधा अष्टमी
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत- 30 अगस्त को देर रात 10 बजकर 46 मिनट पर
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि का समापन- 31 अगस्त को देर रात 12 बजकर 57 मिनट पर
इस बार 31 अगस्त को राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा।
राधा रानी की बनी रहेगी कृपा
राधा अष्टमी के दिन सुबह स्नान करने के बाद राधा रानी की पूजा-अर्चना करें। इसके बाद कथा का पाठ करें और मंत्रों का जप करें। मंदिर या गरीब लोगों में अन्न, धन और वस्त्र का दान करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से अन्न-धन के भंडार भरे रहते हैं और राधा रानी की कृपा बनी रहती है और शुभ फल की प्राप्ति होती है।
विवाह में आ रही बाधा से मिलेगा छुटकारा
अगर आप विवाह में बाधा का सामना का रहे हैं, तो ऐसे में राधा अष्टमी के दिन पूजा के समय सच्चे मन से 'ऊँ ह्रीं श्री राधिकायै नम: मंत्र' का जप करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होंगी और मनचाहा वर प्राप्त होगा।
रिश्ते मजबूत होंगे
वैवाहिक जीवन में खुशियों के आगमन के लिए राधा अष्टमी के दिन विधिपूर्वक राधा और कृष्ण जी की उपासना करें। इस दौरान प्रभु को फूल, गुलाब, मोर पंख और बांसुरी अर्पित करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से वैवाहिक जीवन हमेशा खुशहाल होगा और पति-पत्नी के रिश्ते मजबूत होंगे।
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