भाजपा और अकाली दल में क्या होगा गठबंधन? पंजाब में शुरू हुई सियासी चर्चा, दोनों दलों ने साधी चुप्पी
चंडीगढ़
केशव वरदान पुंज
डा राकेश पुंज
www.bbcindianews.con
2024 लोकसभा चुनाव से पहले पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच फिर से गठबंधन की चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि पंजाब भाजपा और शिअद ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली है लेकिन दो दिन पहले जिस मजबूती से पंजाब आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्य प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा किया कि शिअद और भाजपा के बीच नई दिल्ली में समझौते पर सहमति बन गई है और समय आने पर दोनों दल इस संबंध में घोषणा करेंगे, सियासी गलियारों में चर्चा छिड़ गई है।
पंजाब में अकाली दल और भाजपा के बीच 25 साल तक मजबूत गठबंधन रहा है। मगर किसान आंदोलन के दौरान यह टूट गया था। इसके बाद 13 जून 2021 को शिअद और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने विधानसभा चुनाव में गठबंधन की घोषणा की थी और 97 सीटों पर शिअद और 20 सीटों पर बसपा ने चुनाव लड़ा था। उधर, 28 दिसंबर 2021 को पंजाब भाजपा ने पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ विधानसभा चुनाव में गठबंधन किया लेकिन शिअद और भाजपा दोनों को ही नुकसान झेलना पड़ा।
अब लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे शिअद और भाजपा के नेता अपने दम पर चुनाव मैदान में उतरने की बात कहते रहे हैं। पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ ने पद संभालते ही यह एलान कर दिया था कि पार्टी लोकसभा चुनाव में राज्य में किसी दल से गठबंधन नहीं करेगी। वहीं शिअद अपने मौजूदा सहयोगी बसपा के साथ मिलकर ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने शिअद के साथ गठबंधन को लेकर दावा किया कि पार्टी अकाली दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी और पंजाब में भाजपा अकेले ही चुनाव लड़ेगी। सिरसा का यह बयान पंजाब आप के दावे के बाद आया है लेकिन भाजपा की तरफ से केवल सिरसा ने ही बयान जारी किया है जबकि पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ और शिअद के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने चुप्पी साध ली है। इस संबंध में शिअद के नेताओं ने इतना ही कहा गया कि इस बारे में पार्टी प्रधान ही बयान जारी करेंगे।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें