प्रधानमंत्री ने महिला आरक्षण बिल के जरिए आधी आबादी के सुनहरें भविष्य की रखी बुनियाद : डा राकेश पुंज
केशव वरदान पुंज
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विभाजनकारी सोंच रखने वाले महिलाओं को जातियों में बांटकर सेंकना चाहते हैं राजनीति की रोटियां
पी.एम. की महिलाओं के सशक्तीकरण की इच्छाशक्ति का परिणाम है शक्ति वंदन अधिनियम
मिशन न्यू इंडिया के राष्ट्रीय महामंत्री डा राकेश पुंज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला आरक्षण बिल के साथ ही देश की आधी आबादी के सुनहरें भविष्य की बुनियाद रख दी है। शक्ति वंदन अधिनियम देश की महिलाओं को सशक्त बनाने का काम करेगा। अब महिलाए नीति निर्धारण में भी अहम भूमिका निभा सकेंगी तथा निर्णय और अधिक व्यवहारिक होंगे। एक बयान में डा पुंज ने कहा कि महिलाओं को मान सम्मान और अधिकार सम्पन्न बनाना प्रधानमंत्री की प्राथमिकता रही है। यह बिल पी एम की महिलाओं के सशक्तीकरण की इच्छाशक्ति को बताता है। यह उनकी नीतियों और कार्यक्रमों में भी परिलक्षित होता रहा है। उज्जवला योजना और शौचालय योजना इसकी बानगी मात्र है। आजादी के बाद पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने चूल्हे पर खाना बनाने के दौरान निकलने वाले धुए से महिलाओं को होने वाली बीमारियों से निजात दिलाने के लिए उल्लवला योजना चलाई तथा हर घर में फ्री में गैस का कनेक्शन दिया गया। शौचालय योजना भी महिलाओं के सम्मान से जुडी है और अब उन्हें नित्य कर्म से निवृत होने के लिए बाहर नहीं जाना पडता है। प्रधानमंत्री को इस बिल के लिए बधाई देते हुए डा पुंज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए यह आधी आबादी को अधिकार सम्पन्न बनाने का विषय है। पार्टी की कथनी और करनी एक है तथा भारतीय जनता पार्टी में पार्टी स्तर पर महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था पहले से ही लागू है। आज देश की राष्ट्रपति भी एक महिला हैं। डा पुंज ने आई एन डी आई पर निशाना साधते हुए कहा कि बहुत से लोग इस बिल को अपना बताकर इस पर अपनी मोहर लगाना चाहते हैं पर उन्हें यह बताना चाहिए कि जब वे सत्ता में थे तब इस बिल को दोनो सदनों में पास क्यों नहीं कराया था। विभाजनकारी सोंच रखने वाले महिलाओं को भी जातियों में बांटकर राजनीति की रोटियां सेकना चाहते हैं। देश की जनता समझदार है और 2024 के चुनाव में जनता ऐसे लोगों को जरूर जवाब देगी।
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