पंजाबी साहित्य सभा माहिलपुर द्वारा 37वां 'सावन आया' कवि दरबार आयोजित
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा
पंजाबी साहित्य सभा माहिलपुर द्वारा कल खालसा कॉलेज माहिलपुर में 37वां 'सावन आया' कवि दरबार आयोजित किया गया। यह कवि दरबार सभा के प्रधान प्रिंसिपल सुरिंदर पाल सिंह प्रदेसी की अगुवाई में गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी शताब्दी को समर्पित था।
कार्यक्रम की शुरुआत में जथेदार सुरजीत सिंह खानपुरी ने कवियों, श्रोताओं और मेहमानों का स्वागत किया और गुरु तेग बहादुर साहिब जी के जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर सभा द्वारा डॉ. जे.बी. सेखों (आलोचक), कवयित्री इंद्रजीत नंदन, पंजाबी वार्ताक लेखक और पर्यावरण प्रेमी वरिंदर निमाणा, भाई सुखदेव सिंह नडालों को "भाई धरम सिंह खालसा अवॉर्ड" और कवि तारा सिंह चेड़ा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में जतिंदर सिंह लाली बाजवा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. अपिंदर सिंह माहिलपुरी, एडवोकेट रघवीर सिंह टेरकियाना, संतोष सिंह वीर जी, बुद्ध सिंह चित्रकार और प्रो. सर्वण सिंह ने संयुक्त रूप से की।
कवि दरबार में अमरीक सिंह दयाल, गुरचरण सिंह, जगजीत सिंह गणेशपुर, प्रीत नीतपुर, बंत सिंह बैस, प्रिंसिपल रुपिंदर जोत सिंह, सरबजीत सिंह साबी, प्रो. अजीत लंगेरी, कपिल शर्मा, प्रिंसिपल सुरजीत सिंह कैंथ, जसविंदर जस्सी, एडवोकेट शेर सिंह गिल, दविंदर सिंह कालेवाल, अमरजीत सिंह, दीप ज़ैलदार, गुरमिंदर कैंडोवाल, तलविंदर हीर, अमृतपाल सिंह लंगेरी, सुरजीत मंननहाणा, विजय बंबेली, डॉ. अरविंद धूत, करम सिंह, ललकार सिंह लाली, दविंदर सिंह बाहोवाल, जगतार बाहोवाल, हरवेल सिंह सैनी, रेशम चित्रकार, शाम सुंदर, परमजीत कातिब, रंजीत पोसी, कर्नल सिंह जांगणीवाल, रघबीर सिंह कलोआ, सारंग आदि कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम के लिए सरदार रजिंदर सिंह फ्लोरा और गुरप्रीत सिंह डोड ने विशेष सहयोग दिया। इस मौके पर प्रिंसिपल सुरजीत सिंह कैंथ की पुस्तक "दो फाटक लोक" का लोकार्पण भी किया गया।
कार्यक्रम के अंत में सभा के प्रधान प्रिंसिपल सुरिंदर पाल सिंह प्रदेसी ने सभी का धन्यवाद किया। सभा के सदस्य जगदीप सिंह, सुखदेव नडालों, हरवेल सिंह सैनी, रुपिंदर जोत सिंह ने मिलकर गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान को समर्पित कविश्री प्रस्तुत कर श्रद्धा के फूल अर्पित किए। मंच संचालन का कार्य बब्बू माहिलपुरी ने बखूबी निभाया।
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