*यूनाइटेड किंगडम (इंग्लैंड) में श्री राजेश बाघा का विशेष दौरा — 2027 में श्री गुरु रविदास जी के 650वें प्रकाश पर्व की तैयारियों पर केंद्रित महत्वपूर्ण बैठकें*
*लंदन/ यूके/दलजीत अजनोहा
श्री गुरु रविदास जी महाराज के 650वें प्रकाश पर्व (2027) की भव्य एवं आध्यात्मिक तैयारियों को लेकर पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग (एस.सी. आयोग) के पूर्व अध्यक्ष, भाजपा पंजाब के उपाध्यक्ष, ऑल इंडिया अध्यक्ष ब्रिटिश रविदासिया हेरिटेज फाउंडेशन और पाथवे ग्लोबल अलायंस के मुख्य संरक्षक श्री राजेश बाघा इन दिनों यूनाइटेड किंगडम के विशेष दौरे पर हैं।
इस दौरे के दौरान, श्री राजेश बाघा ने भारत के उच्चायुक्त श्री वी. दोरैस्वामी और यूके भर की रविदासिया समुदाय के प्रमुख नेताओं से मुलाकात की। इस बैठक में, भारत और यूनाइटेड किंगडम दोनों में 2027 में श्री गुरु रविदास जी के प्रकाश पर्व को वैश्विक स्तर पर मनाने के लिए रूपरेखा तैयार करने पर विस्तृत चर्चा हुई।
इस अवसर पर, श्री राजेश बाघा ने कहा कि धन धन श्री गुरु रविदास जी महाराज, 15वीं शताब्दी के महान संत, गुरु, समाज सुधारक और रविदास नामदेव संगतों के सर्वस्व हैं, जिन्होंने ‘बेगमपुरा’ का संदेश दिया — ऐसा आदर्श समाज जहाँ कोई भेदभाव, गरीबी या दुख न हो। उनकी वाणी, जो श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में दर्ज है, हमें सत्य, प्रेम और समानता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। 2027 में उनके 650वें प्रकाश पर्व का विश्व स्तर पर आयोजन हमारी आध्यात्मिक विरासत को दुनिया के सामने उजागर करने का एक सुनहरा अवसर होगा।
श्री बाघा, जो लंबे समय से सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक क्षेत्रों में सक्रिय हैं, रविदासिया समुदाय के अधिकारों और विरासत की रक्षा के अपने प्रयासों के लिए जाने जाते हैं। एस.सी. आयोग के पूर्व अध्यक्ष के रूप में उन्होंने सामाजिक न्याय और अधिकारों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। वर्तमान में, ऑल इंडिया अध्यक्ष ब्रिटिश रविदासिया हेरिटेज फाउंडेशन (यूके) और पाथवे ग्लोबल अलायंस के मुख्य संरक्षक के रूप में उनकी भूमिका, विश्व भर में रविदासिया विरासत को जोड़ने और संरक्षित करने में केंद्रीय है।
यूके दौरे की मुख्य गतिविधियां :
इस दौरे के दौरान, श्री राजेश बाघा ने —
उच्चायुक्त वी. दोरैस्वामी से मुलाकात की, जहाँ 2027 के प्रकाश पर्व के लिए भारत सरकार और यूके में सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा हुई।
लंदन, बर्मिंघम, लीसेस्टर और मैनचेस्टर जैसे कई शहरों में रविदासिया समुदाय के केंद्रों, गुरुद्वारों और धार्मिक संस्थानों से संपर्क किया।
650वें प्रकाश पर्व समारोह की प्रारंभिक योजना का मसौदा तैयार किया, जिसमें विश्व स्तरीय सम्मेलन, धार्मिक कीर्तन, सांस्कृतिक प्रदर्शनी और युवाओं के लिए विशेष शैक्षिक कार्यक्रम शामिल करने की सिफारिश की।
650वें प्रकाश पर्व के लिए संभावित कार्यक्रम :
श्री बाघा ने सुझाव दिया कि यह पर्व —
भारत और यूके में एक साथ मनाया जाए, ताकि प्रवासी सिख, रविदासिया और अन्य भक्त इस महान आयोजन में शामिल हो सकें।
अंतरराष्ट्रीय यात्राओं और प्रदर्शनों के माध्यम से गुरु जी की वाणी, उपदेश और ऐतिहासिक स्थलों को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत किया जाए।
डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से लाइव स्ट्रीमिंग की जाए, ताकि करोड़ों लोग इस आध्यात्मिक उत्सव से जुड़ सकें।
समाज के लिए संदेश :
श्री बाघा ने कहा, “श्री गुरु रविदास जी का संदेश केवल रविदासिया भक्तों के लिए नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए है। समानता, प्रेम और सेवा के आदर्शों को अपनाकर ही हम उनके बताए मार्ग पर चल सकते हैं।”
यूके और भारत दोनों में समारोहों की तैयारी के लिए एक संयुक्त स्टीयरिंग कमेटी बनाई जाएगी, जिसमें दोनों देशों के प्रमुख धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक नेता शामिल होंगे।
इस अवसर पर उनके साथ संत सतनाम सिंह जी (मुख्य संरक्षक, ब्रिटिश रविदासिया हेरिटेज फाउंडेशन, यूके), सतपाल (महासचिव, ब्रिटिश रविदासिया हेरिटेज फाउंडेशन, यूके), तरसेम कल्याण (संस्थापक सदस्य, ब्रिटिश रविदासिया हेरिटेज फाउंडेशन, यूके), अमरीक पलाही (संस्थापक सदस्य, ब्रिटिश रविदासिया हेरिटेज फाउंडेशन, यूके), चमन लाल मदाहर, गुरदियाल बाघा, बलराम सिंह, हरजिंदर बाघा, सुखविंदर भारद्वाज, मंजीत बाघा और परगन गुरु विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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