कैप्टन सरकार की लाल फीताशाही नीतियां व उद्योगों के खिलाफ विषाक्त वातावरण ने उद्योगपतियों व इनवेस्टरों को पंजाब से बाहर का रास्ता दिखाया - तरूण चुग
चंडीगढ़: पंजाब की इंडस्ट्रीज का भारी मात्रा में प्रदेश से बाहर जाने पर बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि हमारे अपने राज्य पंजाब से उद्योगों का बाहर जाना अत्यंत ही दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अगर राज्य के उद्योगों के विषय में अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वायदे पूरे किए होते तो शायद आज पंजाब की इंडस्ट्रीयों को पलायन करने की नौबत ही नहीं आती। पंजाब सरकार के मंत्री व कांग्रेसी नेता खुलेआम पंजाब से कारपोरेट घरानों को बाहर निकालने की धमकियां देते हैं। दो दिन में 1700 टेलिफोन टावर तोड़ दिए जाते हैं, 4-4 महिने रेल मार्ग चलता नहीं है। खुले आम पंजाब के व्यापारियों व उद्योगपतियों को धमकियां दी जा रही हैं, जिस कारण पंजाब के व्यापारी व उद्योगपति तबाह होकर बाहर भाग रहे हैं। इन्वेस्टर पंजाब में काम नहीं करना चाहते हैं।
चुग ने कहा कि पंजाब के उद्योगपति पंजाब से बाहर जाकर 200 करोड़ में एक-एक इथेनाॅल के प्लांट लगा रहे हैं, परंतु पंजाब में कोई भी उद्योगपति उद्योग लगाने को तैयार नहीं है। जबकि पंजाब के पास इथेनाॅल प्लांट हेतु गन्ना और मक्का दोनों प्रचुर मात्रा में है। पंजाब के पास काॅटन है परंतु कपड़ा मिल नहीं है, चावल व गेहूं है परन्तु उससे जुड़े प्रोडक्ट्स की कोई इण्डस्ट्री नहीं है। अब जो कुछ भी उद्योगों की इकाईयां पंजाब में रह गई हैं वे भी कांग्रेस की कैप्टन साहब की सरकार के कुप्रबंधन, गुटबाजी, धमकियों आदि के कारण या तो पलायन कर गई हैं और बाकी बची पलायन कर रही हैं।
चुग ने कहा कि जब भारत के सारे राज्य उद्योग के क्षेत्र में घुटनों के बल चल रहे थे तब यहां के निवासियों के प्रतिभा, उद्यम, कर्मठता और अथक मेहनत से पंजाब के उद्योग देश विदेश में धूम मचा रहे थे। पर दुर्भाग्यपूर्ण है कि कैप्टन सरकार की लालफीताशाही नीतियों व कुप्रबंधन ने पंजाब को पीछे धकेल दिया है।
भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री चुग ने कहा कि आज पूरे राज्य में बिजली संकट के बादल छाये हुए हैं। आज पूरे देश में सबसे ज्यादा महंगी बिजली पंजाब में है। विशेष बात यह है कि महंगी होने के बाद भी पावर कट के किस्से अब आम हो गए हैं। इसी के चलते उद्योगपति तंग होकर प्रदेश से बाहर जा रहे हैं।
चुग ने कहा कि पंजाब में भाजपा सरकार आती है तो 4 रुपये से कम लागत पर उद्योग को बिजली 24X7X365 उपलब्धता की गारंटी देगी।
चुग ने कहा कि आज पूरे पंजाब में चारों तरफ अराजकता का माहौल है। पंजाब के सभी वर्ग, जिनमें सरकारी कर्मचारी, कच्चे कर्मचारी, आंगनवाड़ी सेविका, शिक्षक, डॉक्टर, मजदूर, किसान, पेंशन भोगी कर्मचारी, दलित भाईचारे के निगम कर्मचारी आदि छठे वेतन आयोग को अधूरा बताते हुए आंदोलन करने को मजबूर हैं। त्रस्त जनता-भ्रष्ट शासक के एकमात्र उदाहरण पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने सेवन स्टार फार्म हाऊस के ऐशगाह में मस्त केवल अपनी कुर्सी बचाने की रणनीति में व्यस्त है।
चुग ने कहा की पंजाब रूपी रोम जल रहा है, और कैप्टन अमरिंदर रूपी नीरो बांसुरी बजा रहे है। उन्होंने कहा कि पंजाब से स्टील, साइकिल, रेडीमेड, राइश-ह्वीट आदि इंडस्ट्री पलायन करने का रास्ता खोज रहे है। पंजाब को आई टी इंडस्ट्री का हब बनाने का सुखद मौका हाथों से निकल गया है। अगर पंजाब में आई. टी. इंडस्ट्री पनपती है तो पंजाब के युवा हैदराबाद, बेंगलुरु, गुरुग्राम समेत विदेशों में जाने का मोह त्याग कर पंजाब को आई टी इंडस्ट्री का बादशाह बना सकते हैं।
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