पंजाब: साधु-संतों की धरती पर आपसी भाईचारे की मिसाल
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा
— पंजाब एक ऐसी पवित्र भूमि है, जहां संत, साधु, पीर और फकीरों की परंपरा ने हमेशा समाज को शांति, एकता और प्रेम का संदेश दिया है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गांव बिहाला में आयोजित दरबार हज़रत मस्त बाबा बोदियां वाले में सांसद डॉ. राजकुमार ने नतमस्तक होकर आशीर्वाद प्राप्त और कहा कि ऐसी पावन स्थलों से जुड़ना सौभाग्य की बात है। जोड़ मेले के पावन अवसर पर श्रद्धालु संगत की भारी भीड़ उमड़ी।
डॉ. चब्बेवाल ने कहा कि पंजाब की संस्कृति आपसी भाईचारे और सौहार्द पर आधारित है। यहां लोग जात-पात, धर्म और वर्ग से ऊपर उठकर एक-दूसरे का सत्कार करते हैं। जोड़ मेलों का आयोजन केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और परंपरा का भी प्रतीक है। यह मेलें लोगों को जोड़ने का काम करते हैं, न कि तोड़ने का। सांसद ने कहा कि संत महात्माओं की शिक्षाएं आज भी समाज को दिशा दे रही हैं और हमें आपसी प्यार, सहयोग और सेवा भावना से जीने की प्रेरणा देती हैं। उन्होंने संगत से आह्वान किया कि वे समाज में फैल रहे नशे जैसे सामाजिक बुराइयों से दूर रहें और अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें। डॉ. चब्बेवाल ने मेले के सफल आयोजन के लिए ग्राम पंचायत व आयोजक कमेटी को बधाई दी और कहा कि ऐसे आयोजनों से पंजाब की सांझी विरासत और भी मजबूत होती है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें