स्वास्थ्य विभाग पंजाब स्ट्रोक के मरीजों को मुफ्त इलाज मुहैया कराएगा: डॉ. स्वाति
होशियारपुर/ दलजीत अजनोहा
स्वास्थ्य विभाग पंजाब ने स्ट्रोक के पायलट प्रोजेक्ट के तहत होशियारपुर जिले का सीएमसी लुधियाना के साथ टाई अप किया है। इस कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए सिविल अस्पताल होशियारपुर की सीनियर मैडिकल अफ़सर इंचार्ज सिविल हस्पताल होशियारपुर डॉ. स्वाति ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत स्ट्रोक के मरीजों को काफी लाभ मिलेगा। सिविल अस्पताल में इन मरीजों के लिए अलग से बुनियादी ढांचा और अलग टीम तैनात की गई है। सिविल अस्पताल के अंदर स्थित करसना लैब, जिसका सीएमसी लुधियाना से सीधा संबंध होगा, मरीज के सभी टेस्ट और सीटी स्कैन करेगी और रिपोर्ट उसी समय सीएमसी लुधियाना तक पहुंच जाएगी। डायग्नोज़ के बाद मरीज को तुरंत मेडिकल विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में सीएमसी लुधियाना रेफर किया जाएगा, जहां मरीज के पहुंचने से पहले ही ऑपरेशन थियेटर तैयार कर दिया जाएगा और डॉक्टरों की पूरी टीम मौके पर मौजूद रहेगी तथा मरीज का इलाज तुरंत शुरू कर दिया जाएगा। प्राइवेट हस्पताल में इस तरह के इलाज पर 5 से 6 लाख रुपए का खर्च आता है, लेकिन सरकार यह सारा इलाज बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध कराएगी।
डॉ. स्वाति ने बताया कि कल होशियारपुर जिले के गांव हरियाणा से एक मरीज की सिविल अस्पताल की मेडिकल विशेषज्ञ डॉ. नेहा पाल द्वारा जांच की गई तथा उसे तुरंत सीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया गया।जहां इस कार्यक्रम के तहत मरीज की सर्जरी की गई। अब वह मरीज पूरी तरह ठीक है और स्वास्थ्य लाभ ले रहा है। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि जब भी किसी मरीज में स्ट्रोक के लक्षण जैसे कि एक साइड सुन्न होना, चेहरे पर लकवा या जीभ का थथलाना आदि दिखाई दें तो मरीज को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाना चाहिए क्योंकि इस बीमारी के पहले चार घंटे, जिन्हें हम गोल्डन ऑवर भी कहते हैं, बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, जिनमें उचित चिकित्सा प्रदान करके मरीज की जान बचाई जा सकती है।
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