शहीद केवल नाम नहीं, एक विचारधारा हैं: राजीव वशिष्ट
आर.टी.आई अवेयरनेस फोरम की ओर से शहीदों की याद में श्रद्धांजलि समागम का आयोजन
होशियारपुर/ दलजीत अजनोहा
आर.टी.आई अवेयरनेस फोरम पंजाब की ओर से शहीद-ए-आजम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहीदी दिवस को समर्पित एक श्रद्धांजलि समागम महंत प्रितपाल सिंह के मार्गदर्शन में गुरुद्वारा मिट्ठा टिवाणा, होशियारपुर में आयोजित किया गया। इस आयोजन के अंतर्गत श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ का भोग डाला गया और देश के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने विशेष तौर पर शिरकत की।
समागम में आर.टी.आई अवेयरनेस फोरम के चेयरमैन राजीव वशिष्ट ने संगत को संबोधित करते हुए कहा कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु केवल नाम नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं, जो हमें निडरता, ईमानदारी और राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि हमें इन शहीदों के बलिदान से सीख लेते हुए देश की एकता और अखंडता बनाए रखने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने युवाओं को जागरूक होकर समाजहित में कार्य करने की अपील की।
विधायक ब्रम शंकर जिम्पा ने अपने संबोधन में कहा कि शहीदों की कुर्बानी को केवल याद करने से ही हमारा कर्तव्य पूरा नहीं होता, बल्कि उनके दिखाए मार्ग पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेकर देश और समाज के कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने नागरिकों को जागरूक रहने और अपने अधिकारों के प्रति सतर्क रहने का संदेश दिया।
रिटायर्ड जिला अटॉर्नी एवं सीनियर एडवोकेट बी.एस. रियाड़ ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि सूचना का अधिकार (आर.टी.आई) नागरिकों के लिए एक सशक्त माध्यम है, जिससे प्रशासन की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होती है। उन्होंने कहा कि भगत सिंह का सपना एक स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रशासन था, जिसे आर.टी.आई. जैसे कानूनों के माध्यम से मजबूत किया जा सकता है।
पंजाब एंड हरियाणा बार एसोसिएशन के सदस्य व सीनियर एडवोकेट सुदीप सिंह भुल्लर ने शहीद भगत सिंह और उनके साथियों ने जिस न्याय और समानता के लिए बलिदान दिया, उसे साकार करने के लिए हमें सतत प्रयास करने होंगे। उन्होंने आम जनता से आह्वान किया कि वे जागरूक नागरिक बनें और प्रशासन से जवाबदेही की मांग करें।
इस अवसर पर जिला खोज अधिकारी डॉ. जसवंत राय, प्रो. बहादुर सिंह सुनेत ने भी संबोधित किया जबकि मंच संचालन स्टेट अवार्डी हैड मास्टर दीपक वशिष्ट ने किया।
इस मौके पर सभी वक्ताओं के अलावा सीए मोहित मोहन, सीए रतनदीप सिंह, सीए नमन जैन, अध्यापक चंदर प्रकाश का फोरम की ओर से सम्मान किया गया।
इस अवसर पर शमा वशिष्ट, चरणजीत सिंह शाने पंजाब, पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, डॉ. रमन घई, करणवीर घई, हरपाल पुरी, दीपक पुरी, इंद्रजीत पुरी, जतिंदर पुरी, सीनियर एडवोकेट हितेश पुरी, चंडीगढ़ से विनोद कुमार ज्योति व अशोक कुमार ज्योति, संतोष रतन, अनीश रतन, अनिमेष चिब्बा, तृप्ता वासुदेव, धीरज वासुदेव, वरिंदर अग्निहोत्री, राजेश रतन, विक्की हांडा, दिनकर कपिला, आर्किटेक्ट कुलदीप तिवारी, वरिष्ठ लेखा अधिकारी राजेश भार्गव, रितु भार्गव, शशि वशिष्ट, भुवनेश वशिष्ट, पंकज शर्मा, एडवोकेट कमलजीत नूरी, एडवोकेट मनवीर सिंह, सुपरिडेंट विकास शर्मा, रोहित सैनी, सुपरिडेंट नरिंदर सैनी, ओंकार सिंह भारज, अभिषेक नैयर, नीलम पराशर के अलावा अन्य गणमान्य भी मौजूद थे।
सभी ने शहीदों की कुर्बानी को नमन करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
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